नाम प्रभु का भज ले
बंदे
जीवन रह गया थोड़ा रे
सरपट सरपट भागा जाए
ये है समय का घोड़ा रे
१)काम आज का
कल पे जो छोड़े
वो न कल कभी पाता है
पछताए फिर लाख बाद में
बीता वक्त न आता है
हाथ नहीं कुछ लगता उसको
मृगतृष्णा में जो दौड़ा रे
सरपट सरपट भागा जाए
ये है समय का घोड़ा रे
2)नाम कमाना बड़ा कठिन है
नाम गंवाना हैं आसान
नही किसी की बद दुआ लो
गलत करो न कोई काम
याद करें जग जिसने खुद को
सत्कर्मों से जोड़ा रे
सरपट सरपट भागा जाए
ये है समय का घोड़ा रे
- सुभाष बोस
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